तुम्हें क्या पता तुमसे कोई छुप छुप के प्यार करता है
तुम्हें क्या पता तुमसे कोई छुप छुप के प्यार करता है तुम्हें कोई तकलीफ ना हो तुम्हारी हर खुशियों का ध्यान रखता है उसकी चाहत है तुम भी उससे प्यार करो दिल में यह अरमान रखता है
हम छोड़ देंगे तुम्हारी गलियों में आना जाना जो तुम कह दोगी मैं तुमसे प्यार नहीं करती माफी मांगने आए हैं अपनी गलतियों का जब हकीकत मालूम हुआ तब तक बहुत देर हो चुकी थी मेरे दोस्त मैं तुम से झगड़ बैठा असली गुनाहगार कोई और था